जैसा कि आप जानते हैं कि विज्ञान तेजी के साथ उन्नति कर रहा है। आए दिन नए-नए प्रकार के अविष्कार देश और दुनिया में हो रहे हैं और ऐसे में सभी देश अपने आप को आधुनिक तकनीक से लैस करने के लिए विभिन्न प्रकार के चीजों पर research कर रहे हैं। ताकि देश को आधुनिक करण बनाया जा सके आज की तारीख में जो देश आधुनिक करण से जितना ज्यादा लैस होगा उसकी शक्ति भी उतनी ज्यादा विश्व के पटल पर होगी। आज तो दुनिया के कई देश अपने देश में रोबट सेना का निर्माण कर रहे हैं. जिसके द्वारा उन्हें किसी भी देश से लड़ाई करने में किसी मानव को भेजने की जरूरत नहीं है बल्कि वह इस रोबोट के माध्यम से युद्ध में आसानी से दुश्मन देश को हरा सकते हैं।
इन सभी चीजों को artificial intelligence कहा जाता है इसका मतलब होता है कि ऐसा मानव रहित यंत्र जिसकी सोचने और समझने की शक्ति बिल्कुल मनुष्य की तरह होगी। इसके द्वारा यह कोई भी काम बिना इंसान की मदद के कर सकता है जैसे इंसान करते हैं। अब आपके मन मे सवाल आएगा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस होता क्या है? कार्य करने की पद्धति क्या है? इसके लिए आपको कोर्स कहां से करना होगा .अगर आप इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि इस पोस्ट को आगे तक पढ़े
Artificial Intelligence kya hai
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर विज्ञान की एक शाखा है इसके द्वारा मशीन के अंदर सोचने और समझने की शक्ति को विकसित किया जाता है. ठीक उसी प्रकार artificial intelligence माध्यम से मशीन को भी इंसान के जैसा बनाने की कोशिश की जाती है। इस प्रकार इंसान अपने सोच और समझ से कोई भी काम करता है ठीक उसी प्रकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से आप मशीन से कोई भी काम करवा सकते हैं .
सबसे बड़ी बात है कि जिस प्रकार मानव अगर कोई समस्या में है तो उसका हल स्वयं निकाल लेता है ठीक उसी प्रकार अगर मशीन में कोई तकनीकी गड़बड़ी आ रही है तो उसका निवारण मशीन खुद ही कर पाएगा क्योंकि इसको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस किया गया है .
Artificial intelligence meaning in hindi
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को हिंदी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता कहते हैं इसका अर्थ होता है मानव रहित। इसे मशीनरी बुद्धि और मशीनरी दिमाग के नाम से भी जाना जाता है। जिस प्रकार मानव अपनी बुद्धि के द्वारा कोई भी काम कर सकता है उसी प्रकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से किसी भी मशीन को बुद्धिमान और समझदार बनाया जा सकता है।
Artificial intelligence का आविष्कार कब हुआ
Artificial intelligence का अविष्कारक John mcCarthy को कहा जाता है 1956 में उन्होंने. सन 1956 में the Dartmouth Conference में भाग लिया था और जहां पर उन्होंने इसके बारे में विस्तार पूर्वक अपनी राय रखी थी. इन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का फादर भी कहा जाता है .
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Types of Artificial Intelligence in Hindi
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मुख्य तौर पर चार प्रकार के होते हैं जिनका विवरण हम आपको नीचे बिंदु अनुसार दे रहे हैं जो इस प्रकार है-
- Reactive Machines
- Limited Memory
- Theory of Mind
- Self-conscious
- Reactive Machines kya Hai
इस प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रक्रियात्मक होती हैं यानी क्रिया के जवाब में प्रतिक्रिया करती है इस बात का उदाहरण 1990 में देखने को मिला जब IBM कंपनी के द्वारा chess आधारित एक कंप्यूटर प्रोग्राम Deep blue का निर्माण किया गया जिसने उस समय शतरंज चैंपियन Garry Casprov हरा दिया था . सबसे बड़ी बात होती है कि इस प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में याद रखने की क्षमता नहीं होती है।
असल में Reactive Machines नाम का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्रिया के जवाब में प्रतिक्रिया करता है यानी अगर सामने वाला जैसी चाल चलेगा उसके जवाब में भी अपनी चाल वहां पर चलता है I इसी के कारण उसने उस समय के सबसे बड़े शतरंज खिलाड़ी को शतरंज में हरा दिया .
- Limited Memory kya Hai
इस प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पुराने समय के अनुभव और यादों को को अपने पास स्टोर करने में सक्षम होता है जिसका इस्तेमाल वह भविष्य में किसी प्रकार के चीज में भी कर सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बातें किया किसी भी डाटा को अधिक समय तक अपने पास रख नहीं सकता है और उसे खुद ही डिलीट कर देता है .
जिसके बाद वह नया डाटा को अपने पास स्टोर कर लेता है इस प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग ऐसी गाड़ियों में किया गया है जिसमें ड्राइवर नहीं होता है I
- Theory of Mind kya Hai
इस प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आज की तारीख में काम चल रहा है इसे इस प्रकार बनाया जाएगा किया किसी भी मानव के भावनाओं दुख और समस्याओं को आसानी से समझ सके। सबसे बड़ी बात है कि हर एक मानव की अपनी अलग भावना और समस्या होती है उसके अनुसार ही इसका निर्माण किया जा रहा है. अगर ऐसा हो जाता है तो यकीन मानिए है कि आने वाले समय में और रोबोट और इंसान दोनों एक ही जगह पर रह पाएंगे और आसानी से आपस में बातें भी कर पाएंगे क्योंकि इसके अंदर सभी प्रकार के भावना, दुख और इंसानी जज्बात जैसे चीजें इसके अंदर होंगी
- Self-conscious kya Hai
इस प्रकार के इंटेलिजेंस पर दुनिया के बड़े-बड़े वैज्ञानिक काम कर रहे हैं क्योंकि आज की तारीख में यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आखिरी चरण है जिसमें मशीनों के अंदर आत्म चेतना जागृत करने का प्रयास हो रहा है. जिस प्रकार एक इंसान इस बात को आसानी से समझ और बता सकता है कि उसका वजूद क्या है?
ऐसे में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मनुष्य की तरह रोबोट का निर्माण करना चाहते हैं जिसके अंदर इतनी शक्ति और बुद्धि होगी कि वह आसानी से बता सके कि उसका वजूद क्या है?
Artificial intelligence ka use Kaha hota hai
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग निम्नलिखित प्रकार के क्षेत्रों में हो रहा है जिनका विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं जो इस प्रकार
- इसका इस्तेमाल विज्ञान और औषधि के क्षेत्र में हो रहा है विज्ञानिक ऐसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का निर्माण करना चाहते हैं जो किसी भी रोगी के रोग को पहचान कर उसके अनुरूप उसे मेडिसिन दे सके I
- शिक्षा के क्षेत्र में भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है मैथमेटिक्स के कठिन से कठिन प्रश्नों का हल किया चंद मिनटों के अंदर हो जाएगा इस दिशा में भी देश और दुनिया के कई जाने-माने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वैज्ञानिक काम कर रहे हैं.
- मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है जहां पर कम समय में अधिक उत्पादन किया जा सके लागत भी यहां पर कम आएगी
- कृषि क्षेत्र में भी इसका प्रयोग किया जा रहा है जिससे फसल से जुड़ी हुई बीमारियां और कीड़े का पता लगाकर उसका सही तरीके से उपचार किया जा सके जिससे फसलों के उत्पादन में भी वृद्धि होगी I
- इसके द्वारा ऐसे गाड़ियों का निर्माण किया जाएगा जिसे चलाने के लिए ड्राइवर की जरूरत नहीं पड़ेगी और इससे सड़क हादसों को भी रोका जा सकता है .
Artificial intelligence के नुकसान
- इसके द्वारा देश और दुनिया में बेरोजगारी की समस्या बढ़ सकती है
- इसके द्वारा उन्नत किस्म के हथियारों का निर्माण दुनिया के देशों के द्वारा किया जा रहा है अगर ऐसे हथियार आतंकवादी के हाथों में चले जाए तो इससे मानव सभ्यता का विनाश भी हो सकता है
- यदि इसके द्वारा आपने इंसान के जैसे रोबोट वाले इंसान का निर्माण कर लिया तू या पूरे मानव जाति के लिए खतरा दुनिया में पैदा कर सकते हैं
Artificial intelligence का भविष्य क्या है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भविष्य सफल और उज्जवल है जैसे जैसे दुनिया आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे दुनिया मशीनरी यंत्र और तंत्र पर निर्भर होती जा रही है। आज के तारीख में दुनिया की बड़ी से बड़ी कंपनियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर रही है जिससे वह अपने उत्पादन को और अधिक बढ़ा सके। जिससे दुनिया में उनके प्रोडक्ट प्रत्येक कस्टमर के पास आसानी से पहुंच सके सबसे बड़ी बात है कि इसके द्वारा आप तो कोई भी चीज कम समय में अधिक मात्रा में पूरा कर सकते हैं और इसमें लागत भी आपको कम आ रहा है जो आपके लिए मुनाफा है .
Artificial intelligence से दुनिया को खतरा कैसे है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से दुनिया को बहुत ज्यादा खतरा है
अगर मानव ने अपने जैसे मशीनरी मानव का निर्माण कर लिया और अगर मशीनरी मानव ने इस मानव के आदेश को मानने से इंकार कर दिया तो समझ जाइए कि पूरी सृष्टि का विनाश होना आवश्यक हो जाएगा .
जैसा कि आप लोगों ने इस चीज को कई फिल्मों में देखा भी होगा जहां पर मानव रहित रोबट ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर मनुष्य के आदेश को मानने से इंकार कर दिया और वह अपने अनुरूप कार्य करने लगा ऐसे में अगर ऐसा हो जाता है तो हम आप सब का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा किस लिए विज्ञान को काफी सोच समझकर इस दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है.
Top online learning platforms to develop your skills
इस लिस्ट में दिए गए Online Learning Platforms की मदद से आप कोर्स आसानी से अपनी सुविधा अनुसार जब भी टाइम मिले तब सिख सकते है। यहाँ बहुत ही उच्च श्रेणी के प्लेटफार्म दिए गए है।
01. Coursera |
02. LinkedIn |
03. Udemy |
04. Upgrad |
05. Unacademy |
06. Khan Academy |
07. edX |
08. Udacity |
09. Simplilearn |
10. Tynker |
ऑफलाइन Artificial intelligence का कोर्स कहां से करें
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय M.Tech आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स में |
जेवियर स्कूल ऑफ कम्प्यूटर साइंस एंड कम्प्यूटर, जेवियर यूनिवर्सिटी भुवनेश्वर M.Tech आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में |
एमिटी यूनिवर्सिटी गुरुग्राम M.Tech आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स में |
राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, श्रीनगर सर्टिफिकेट इन रोबोटिक प्रोग्रामिंग एंड मेंटेनेंस |
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग में एम.ई. |
एजिस स्कूल ऑफ बिजनेस, डेटा साइंस, साइबर सिक्योरिटी एंड टेलीकम्युनिकेशन |
आईबीएम के साथ मिलकर एप्लाइड एआई, मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग में पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम |
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, गोरखपुर रोबोटिक्स में सर्टिफिकेट |
IIT जोधपुर – भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IITJ) M.Tech आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में |
PU – पूर्णिमा विश्वविद्यालय एआई और प्रोसेस ऑटोमेशन में बीसीए |
SSOU – सिम्बायोसिस कौशल और मुक्त विश्वविद्यालय पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डेटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस |
iLEAD इंस्टीट्यूट ऑफ लीडरशिप, एंटरप्रेन्योरशिप एंड डेवलपमेंट एमएससी मानव कम्प्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में |
उषा मार्टिन यूनिवर्सिटी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग में डिप्लोमा |