Small Business Ideas: 50000 महीना तो घर से ही कमा सकते हैं, फिर बड़ी प्लानिंग कर सकते है

अगर बिज़नेस की शुरुआत छोटे स्तर से हो तो इसका ये मतलब नहीं की वह बिज़नेस हमेशा छोटा ही रहेगा और उसमे इनकम कम होगी। बिज़नेस ऐसा शुरू करना चाहिए जो छोटे स्तर से शुरू हो और भविष्य में उसे बड़ा बिज़नेस बनाया जा सके। आज हम ऐसे ही एक बिज़नेस आईडिया पर बात करेंगे जिसमे आप जितनी पूंजी लगाते जायेंगे बिज़नेस भी ऐसे ही बढ़ता जायेगा। इस बिज़नेस में कंपटीशन भी कम है और मार्केट में इसकी डिमांड भी बहुत ज्यादा है।

पहले जानते है लोगो की समस्या क्या है

आपने देखा होगी की लोग साधारण खाना दाल, रोटी और चावल खाने के बाद भी बीमार होते रहते है। आपको बता दे की ऐसा इसलिए भी होता है की गेहूँ और चावल जैसे अनाजों में खाने के बाद उच्च ऊर्जा उत्पन्न है। यह अनाज मेहनत काम करने वाले लोगो के लिए तो ठीक होता है लेकिन कम मेहनत करने वाले लोगो के लिए नुकशानदायक होते है।

ये है हमारा बिज़नेस आईडिया

हमारा बिज़नेस आईडिया इस समस्या का समाधान करेगा। पहले के ज़माने में भी, सभी प्रकार के बौद्धिक श्रम में लगे व्यक्ति, जैसे ऋषि, तपस्वी संत, गुरुकुल चलाने वाले आचार्य और अन्य, गेहूँ-चावल नहीं खाते थे। उनके खाने में हमेशा Positive grains होता था। हम Positive grains के बिज़नेस की बात कर रहे है। अब बदलते समय के साथ लोगो की डिमांड भी बहुत बदल गयी है। जो व्यक्ति अभी से Positive grains बिज़नेस में काम करेगा वह भविष्य में बहुत बड़ा व्यापार खड़ा कर सकता है।

Positive grains क्या होते हैं

Positive grains में छोटे अनाज शामिल हैं। बाजरा, ज्वार, रागी और प्रोसो सहित अन्य इन्हें सिरिधान्य के नाम से भी जाना जाता है। इनका सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि जब कोई लगातार इनका सेवन करता है तो उनका शरीर स्वाभाविक रूप से बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार हो जाता है। यह अनाज खून के संपर्क में आकर अपने आप ही बीमारी से लड़ता है। खून को हमेशा शुद्ध बनाये रखता है।

यह बिजनेस कैसे शुरू करें

अपने आस-पड़ोस में उच्च गुणवत्ता वाले ऐसे अनाज को इकट्ठा करें। अब इनका आटा बनाकर 1-1 किलोग्राम के बैग में पैक करने की आवश्यकता है। प्रत्येक पैकेट पर अनाज का नाम और अद्वितीय गुण प्रिंट करना महत्वपूर्ण है। इसके अतिरिक्त, एक लाइन ये भी लिखे कि यह अनाज उन लोगों के लिए है जो mental labor करते हैं। एथलीटों, श्रमिकों, या शारीरिक श्रम में लगे लोगों के लिए नहीं है। अब इन अनाज के पैकेट को अपने आसपास की कॉलोनियो से बेचना शुरू करे।

जब इनकी बिक्री बढ़ना शुरू हो जाये तो अनाज पीसने के लिए चक्की और पैकिंग मशीन लगा सकते है। कृपया ध्यान रखें कि इसकी प्रस्तुति और पैकेजिंग शानदार होनी चाहिए। पैकेट को हाथ में लेते ही लोगों को ऐसा लगे की यह बुद्धिजीवियों के लिए ही है।

Leave a Comment